Joint Pain In Winter । joint pain in hindi । joint pain causes । joint pain treatment - Technical vaani

Technology, Affiliate Marketing, Finance, Insurance, Sports etc.

Breaking

Home Top Ad

Responsive Ads Here

Post Top Ad

Responsive Ads Here

Sunday, November 27, 2022

Joint Pain In Winter । joint pain in hindi । joint pain causes । joint pain treatment

जोड़ों के दर्द और मांसपेशियों की ऐंठन को दूर करने हेतु कुछ ध्यान रखने योग्य बातें 


उम्र बढ़ने के साथ ही साथ लोगों में कई सारी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं शुरू हो जाती है. ऐसे में जोड़ों में दर्द और मांसपेशियों में ऐंठन होना आम बात है. वृद्ध लोगों मे खासतौर पर जोड़ों में दर्द संबंधी समस्याएं शुरू हो जाती है और यह समस्या सर्दी के मौसम में ज्यादा होती है. 

Joint Pain In Winter


Joint Pain In Winter


सर्दियों का मौसम बच्चों और बूढ़ों के लिए यह मौसम काफी मुश्किलों से भरा होता है क्युकी सर्दी के मौसम में कई तरह की सावधानियां बरतनी पडतीं है. ऐसे में चूंकि बच्चे लापरवाह होते हैं तो वृद्ध शारीरिक समस्याओं के कारण तकलीफों का सामना करते हैं. इसके अलावा भी बुजुर्गों में सर्दियों के मौसम में स्वास्थ्य संबंधी कई अन्य तरह की परेशानियां शुरू हो जाती है जैसे कि जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन आदि जिससे वृद्ध लोगों को जकड़न महसूस होती हैं.


इस वजह से सर्दियों में हड्डियों में होता है दर्द 


सर्दियों में हड्डियों में दर्द होने के कई कारण होते हैं. आइए कुछ प्रमुख कारणों पर चर्चा कर लेते हैं. 


पुरानी चोट के कारण दर्द होना - 


यदि पूर्व में कोई पुरानी चोट लगी हो या कोई ऑपरेशन करवाया गया हो, यह दो, चार साल पहले या उससे भी पहले का हो सकता है, तो सर्दियों के मौसम में उस पुरानी चोट और ऑपरेशन वाली जगह पर दर्द महसूस होने लगता है. वृद्ध लोगों में यह समस्या आम तौर पर आती है. और यह हर अगली सर्दी में फिर से शुरू हो जाती है. इसका प्रमुख कारण सर्दियाँ में तापमान का बदलाव भी हो सकता है और साथ ही साथ शरीर की घटती इम्युनिटी तो इसका कारण होती ही है. इसलिए हमे किसी दर्द निवारक दवा या मलहम का लगातार इस्तेमाल करना चाहिए. 


बढ़ती उम्र के साथ- साथ शरीर और हड्डियों में ब्लड सर्कुलेशन की गति धीमी होना शुरू हो जाती है. इस कारण से घुटनों, कूल्हों और उंगलियों में जकड़न और दर्द होने लगता है. इसका प्रमुख कारण शरीर में तरल पदार्थों के गाढ़ा होना भी हो सकता है. ऐसा होने से ज्वाइंट फ्लूइड गाढ़ा हो जाता है और मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या आने लगती है. इससे बुजुर्गों के लिए सर्दियाँ खासी दिक्कत भरी हो जाती हैं. इसलिए ज्यादा से ज्यादा शरीर को अंदर से गर्म रखने वाली चीजों का सेवन करना चाहिए. 

Joint Pain In Winter

मांसपेशियों में यदि दर्द ज्यादा होता हो तो इस कारण से शरीर में कंपकंपी आने लगती है. इससे मांसपेशियों में लगातार दर्द और सूजन की समस्या आने लगती है, जिससे आगे चलकर संयुक्त घर्षण की संभावना बनी रहती है.  इसीलिए सर्दियों में पुराने दर्द उभर आते हैं.



सूरज की रोशनी


सर्दियों में धूप की कमी होती है, जिसके कारण भी मांसपेशियो  में दर्द की शिकायत हो सकती है. धूप में यानी कि सूरज की रोशनी में विटामिन डी पाया जाता है जो हमारे शरीर में हड्डियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. वृद्ध लोगों के लिए यह और भी जरूरी हो जाता है,परंतु ठंड में धूप काम या हल्की निकलने से दिक्कत होने लगती है और इससे मांसपेशियों का लचीलापन कम हो जाता है, इसलिए शरीर में थकान और मांसपेशियों में दर्द होने लगता है. अतः जब भी हो सके हर व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा धूप में रहना चाहिए ताकि मांसपेशियां मजबूत बने और दर्द और ऐंठन की समस्या कम हो. 


हाइड्रेशन


इस कारण से भी शरीर में दर्द और ऐंठन की समस्या होती है. इसलिए सर्दियों के मौसम में खुद को हाइड्रेट रखना भी अत्यंत आवश्यक होता है. ज्यादातर लोग ठंड में कम पानी पीते हैं, जिससे, जितना उनके शरीर के लिए आवश्यक होता है उसकी पूर्ति नहीं हो पाती है. जोकि जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन का कारण बनता है. इस लिए अगर पानी का उचित प्रयोग नहीं हो पाता है तो सर्दियों में कई ऐसे लक्विड होते हैं जिसे पीने से जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द में राहत मिलता है. उनका ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए. 


ताजी और हरी सब्जियों का इस्तेमाल 


यदि सर्दियों में बुजुर्गों या किसी भी व्यक्ति के पैरों और हाथों में लगातार दर्द रहता है तो उसे भोजन में विटामिन सी, डी और के से भरपूर मात्रा वाली चीजों का सेवन करना चाहिए. उसे ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा पालक, गोभी, टमाटर और संतरे आदि का भी ज्यादा सेवन करना चाहिए जिनमें कैल्शियम और आयरन ज्यादा मात्रा में मिलती. यह आपके हड्डियों के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद होती है और शरीर को मज़बूत तथा निरोग बनाती है. 


अतः अच्छे खानपान और कुछ दवाइयों और सावधानियां बरतने से उक्त समस्या को कम किया जा सकता है. और उपरोक्त कुछ जरूरी चीजों का ध्यान रख कर उक्त समस्या से बहुत हद तक बचा जा सकता है. 


इसे भी पढ़ें - 



No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here

Pages