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Monday, March 14, 2022

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ये गलती करने से बचें और PF अकाउंट को बंद होने से बचाए EPFO के नियम


दोस्तों, 

नौकरी करने वाले लोगों के लिए उनके Provident Fund (PF) का पैसा उनके जिंदगी भर की गाढ़ी कमाई होती है। जबतक आप नौकरी करते हैं तो EPF में रेगुलर योगदान करते रहते हैं, ऐसे में रिटायर हो जाने के बाद आपके PF खाते में एक अच्छी खासी रकम इकठ्ठा हो जाती है, जो आप के बुढ़ापे का सहारा बनती है। 

 तो ऐसे में चूँकि नौकरी करने वाले लोगों के लिए Provident Fund (PF) का पैसा उनकी जिंदगी भर की मेहनत की कमाई होती है। इसलिये ऐसे लोगों को EPFO के नियमों के बारे में जानकारी होना अति आवश्यक हो जाता है।


पूरी नौकरी के दौरान आप EPF में रेगुलर योगदान करते रहते हैं, ताकि रिटायर्मेंट तक आपके पास एक अच्छा खासा फंड तैयार हो जाए, जो आपके बुढ़ापे का सहारा बने। 


परंतु बहुत बार ऐसा भी हो जाता है कि उचित जानकारी नहीं होने के कारण आपकी कुछ गलतियों की वजह से आपका PF खाता बंद भी हो जाता है। ऐसे में EPF के नियमों को आपके लिए जान लेना बहुत ही जरूरी हो जाता है जिससे कि आप के द्वारा ऐसी कोई गलती नहीं हो कि PF खाता बंद होने की नौबत आये।


तो नीचे लिखी कुछ बातें ध्यान में जरूर रखें - 

1. PF खाता क्यों हो सकता है बंद - 


यदि आप पहले किसी कंपनी में काम करते थे, और उस कंपनी से अपना PF अकाउंट नई कंपनी में ट्रांसफर नहीं करवाया हुआ है, तब अगर पुरानी कंपनी बंद हो गई।


ऐसी स्थिति में अगर आपके PF खाते में 36 माह तक कोई भी ट्रांजैक्शन नहीं हुआ, यानी कि उसमें कोई पैसा नहीं डाला गया तो आपका PF खाता बंद हो जाएगा। आपको मालूम हो कि EPFO ऐसे खातों को 'Inoperative' कैटेगरी में डाल देता है।

 
2.  PF खाता दोबारा ऐक्टिव करने के लिए क्या करें ?

यदि आप का PF खाता एक बार 'inoperative' हो गया तो आप उसमें कोई ट्रांजैक्शन नहीं कर पाएंगे। ऐसे में अकाउंट दोबारा एक्टिव कराने हेतु आपको EPFO मे जाकर एक एप्लीकेशन दोनी होगी।

'inoperative' होने के बाद भी अच्छी बात यह है कि अकाउंट में पड़े पैसों पर ब्याज मिलना बंद नहीं होता है, व्याज मिलता रहता है, इसका मतलब यह है कि आपका पैसा आपको वापस मिल जाएगा। हालांकि पहले बंद PF खातों पर ब्याज नहीं मिलता था।


बाद में 2016 में नियमों में संशोधन करके ब्याज देना शुरू किया गया। आपको ज्ञात होना चाहिए कि आपके PF अकाउंट पर आप के 58 साल के होने तक व्याज मिलता रहता है।


3. खाता ‘Inoperative' कब हो जाता है - 


अब नए नियमों के अनुसार EPF खाता ‘Inoperative’ हो जाता है यदि कर्मचारी द्वारा EPF बैलेंस को निकालने हेतु एप्लीकेशन नहीं दिया गया है, तब जब - 

  • रिटायरमेंट के 36 माह बाद भी जब इसके बाद सदस्य 55 साल का हो गया हो।
  • जब सदस्य स्थायी रूप से कहीं विदेश में बस गया हो।
  • यदि सदस्य की मृत्यु हो गयी हो।
  • यदि सदस्य द्वारा पूरा रिटायरमेंट फंड निकाल लिया गया हो। 
  • यदि किसी PF खाते को 7 वर्ष तक कोई क्लेम नहीं किया जाता है, तब इस फंड को Senior Citizens’ Welfare Fund में डाल दिया जाता है।


इस बारे में EPFO को लेकर क्या है निर्देश -


आपको मालूम हो कि EPFO द्वारा अपने एक सर्कुलर में कहा गया है कि निष्क्रिय खातों से जुड़े क्लेम निपटाने के लिए सावधानी रखना बहुत जरूरी है। एक जरूरी बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि धोखाधड़ी से संबंधित जोखिम कम से कम हो और सही दावेदारों को ही क्लेम का भुगतान हो।


निष्क्रिय PF खातों को कौन कर सकता है सर्टिफाई - 


Inoperative PF accounts यानी निष्क्रिय PF खातों से जुड़े हुए क्लेम निपटाने के लिए यह आवश्यक है कि उस क्लेम को कर्मचारी के नियोक्ता (Employer) द्वारा सर्टिफाइड किया जाये। यद्यपि, जिन कर्मचारियों की कंपनी बंद हो गयी हो, और यदि क्लेम सर्टिफाइड करने के लिए कोई भी नहीं है तो ऐसी स्थिति में क्लेम को बैंक KYC दस्तावेजों के आधार पर सर्टिफाई किया जाएगा।


इसके लिए जरूरी दस्तावेज क्या क्या होंगे - 


आपको मालूम होगा कि KYC दस्तावेजों में पैन कार्ड, वोटर ID कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड, ESI ID कार्ड आइडेंटिटी कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस आदि शामिल हैं। इसके अलावा सरकार द्वारा जारी किसी दूसरे पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड भी इसके लिए उपयोग किया जा सकता है।


तत्पश्चात असिस्टेंट प्रॉविडेंट फंड कमिश्नर अथवा दूसरे अधिकारी राशि के हिसाब से खातों से विदड्रॉल या खाता ट्रांसफर की अनुमति दे सकते हैं।


पैसा किसकी अनुमति से मिलेगा - 


 इसके लिए 50 हजार रुपये से ज्यादा की राशि होने पर पैसों को असिस्टेंट प्रोविडेंट फंड कमिश्नर की अनुमति के बाद ही निकाला जा सकता है या ट्रांसफर किया जा सकता है। इसी प्रकार से 25 हजार रुपये से ज्यादा तथा 50 हजार रुपये से कम की राशि पर फंड ट्रांसफर या विदड्रॉल की अनुमति अकाउंट ऑफिसर दे सकते हैं। यदि कुल राशि 25 हजार रुपये से भी कम हो, तो फिर डीलिंग असिस्टेंट मंजूरी दे सकते हैं।


तो उम्मीद है कि उपरोक्त जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी।


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