"कृत्रिम बुद्धिमत्ता: आज के जीवन का अभिन्न अंग"
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने कहा है, "AI मानवता की सबसे बड़ी तकनीकी उपलब्धि है, जो हर क्षेत्र को नया आयाम दे रही है।" आज एआई हमारे दैनिक जीवन में इतना घुल-मिल गया है कि हम अक्सर इसकी मौजूदगी को महसूस भी नहीं करते। यहाँ कुछ उदाहरण हैं:
स्मार्टफोन और आवाज सहायक:
"ओके गूगल, आज मौसम कैसा रहेगा?" जैसे कमांड से लेकर फ़ोटो में ऑटो-टैगिंग तक, एआई हर छोटे-बड़े काम को आसान बना रहा है। गूगल असिस्टेंट और सीरी जैसे टूल्स रोज़ाना 500 मिलियन से अधिक लोगों की मदद करते हैं।
स्वास्थ्य सेवाएँ:
दिल्ली के डॉ. राजेश वर्मा बताते हैं, "एआई-आधारित स्कैन अब 90% सटीकता के साथ ट्यूमर का पता लगाते हैं।" फिटबिट जैसे उपकरण हृदय गति और नींद के पैटर्न का विश्लेषण करके स्वास्थ्य संबंधी चेतावनियाँ देते हैं।
घरेलू उपकरण:
एआई-चालित फ्रिज खाद्य पदार्थों की एक्सपायरी डेट ट्रैक करते हैं
स्मार्ट एसी बाहर के तापमान के अनुसार स्वयं एडजस्ट होते हैं
रोबोट वैक्यूम क्लीनर घर के नक्शे को याद रखते हैं
यातायात प्रबंधन:
बेंगलुरु के ट्रैफिक कमिश्नर ने हाल ही में बताया, "एआई ट्रैफिक लाइट्स ने शहर में यातायात जाम 40% तक कम किया है।" गूगल मैप्स का रियल-टाइम रूट सुझाव भी एआई पर ही आधारित है।
शिक्षा क्षेत्र:
"Byju's जैसे ऐप्स में एआई छात्रों की कमजोरियों का पता लगाकर पर्सनलाइज्ड सीखने का मार्ग प्रदान करता है," शिक्षाविद् अनुराधा शर्मा कहती हैं।
हालाँकि, एआई को लेकर चिंताएँ भी हैं। आईआईटी बॉम्बे के प्रो. के. सुब्रह्मण्यम चेतावनी देते हैं: "डेटा प्राइवेसी और रोज़गार पर प्रभाव जैसे मुद्दों पर ध्यान देना ज़रूरी है।"
भविष्य की झलक देखनी हो तो टेस्ला के रोबोट 'ऑप्टिमस' को देखें, जो घर के कामों में मदद करेगा। जैसा कि सुंदर पिचाई ने कहा, "एआई मानव क्षमताओं का विस्तार है, न कि प्रतिस्थापन।" निश्चित ही, यह तकनीक हमारे जीवन को सरल से सरलतम बनाने की दिशा में निरंतर अग्रसर है।
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