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Monday, August 12, 2019

Computer Memory । RAM । ROM। कंप्यूटर मेमोरी। रैम। रोम

दोस्तों,

    कंप्यूटर मेमोरी (Computer Memory) 

के बारे में आज हम बात करेंगे। कंप्यूटर में डेटा जैसे फोटो, विडियो, टेक्स्ट, प्रोग्राम, फ़ाइल आदि को संरक्षित करने के लिए मेमोरी की आवश्यकता होती है, जिसे कभी भी आवश्यकता पड़ने पर देखा जा सकता है। मुख्यत कंप्यूटर मेमोरी दो प्रकार की होती है -

1. प्राइमरी मेमोरी
2. सेकेंडरी मेमोरी

1. प्राइमरी मेमोरी - सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सी.पी.यू.) के अंदर ही होती है और यह इलेक्ट्रॉनिक सर्किट से बनी होती है। पावर सप्लाई के रहने तक ही इसमें डेटा संरक्षित रहता है, पावर सप्लाई के बंद होने के बाद इसमें से डेटा नष्ट हो जाता है।

सेकेंडरी मेमोरी, सी.पी.यू. से बाहर होती है जो डेटा को स्टोर रखती है और पावर सप्लाई जाने के बाद भी इसका डेटा सुरक्षित रहता है। पेन ड्राइव, सीडी, डीवीडी, फ्लॉपी डिस्क, एक्सटर्नल हार्ड डिस्क आदि सेकेंडरी मेमोरी के उदाहरण हैं।

प्राइमरी मेमोरी - दो प्रकार की होती है -

1. रैम (Random Access Memory - RAM)2. रोम (Read Only Memory - ROM)



रैम (RAM) -


यह टेम्पररी या वोलाटाइल मेमोरी होती है। पावर सप्लाई के ऑन रहने तक ही इसमें डेटा संरक्षित रहता है। पावर सप्लाई के बंद होते ही इसका डेटा नस्ट हो जाता है।आजकल विभिन्न स्टोरेज क्षमता वाली RAM उपलब्ध है जैसे 1 जीबी, 2 जीबी, 4 जीबी, 8 जीबी, 16 जीबी आदि।

रैम दो प्रकार की होती है -

स्टैटिक रैम (SRAM)
डायनामिक रैम (DRAM)


स्टैटिक रैम में सूचना तब तक स्टोर रहती है जब तक पावर सप्लाई रहती है जबकि डायनमिक रैम में स्टोर सूचना बहुत ही कम समय में नस्ट हो जाया करती है, पावर सप्लाई रहने के बबावजू भी। डायनमिक रैम को आमतौर पर दो मिलीसेकन्डस में ही रिफ्रेश करने की जरूरत होती है। इनमें स्पीड मध्यम और पावर खपत कम होती है। स्टैटिक रैम में स्पीड अधिक और पावर खपत भी अधिक होती है तथा रिफ्रेश की भी जरूरत नहीं होती है।

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RAM


रोम (Read onlo memory - ROM) - 

यह स्थाई मेमोरी होती है। इन्हे नान वोलाटाइल मेमोरी भी कहा जाता है, इनमें पावर सप्लाई के बन्द रहने पर भी सूचना स्थाई रूप से स्टोर रहती है। रोम में सूचना मैनुफैक्चरिंग के समय ही स्टोर कर दिया जाता है जिसमें कई तरह के प्रोग्राम और अन्य कई तरत की सूचनाओं को स्टोर किया जाता है  जिनकी जरूरत प्रोग्राम एक्जिक्यूशन के समय पडती है। इसमें यूजर द्वारा कुछ नहीं लिखा जाता है। रोम में लाइब्रेरी फंक्शन, sin cos, code conversion table आदि स्टोर रहती है।
इसके अलावा PROROM भी होती है जिन्हें प्रोग्रामेबल रोम भी कहते हैं, जैसे EPROM.

अगर पढते पढते बोर हो गये हों तो यहां किल्क करें

2. सेकेंडरी मेमोरी - 

यह भी नानवोलाटाइल मेमोरी होती है और इनकी स्टोरेज क्षमता अधिक होहो है। सेकन्डरी मेमोरी में सूचनाओं को बल्क के रूप में भी स्टोर किया जाता है। इसमें सिस्टम साफ्टवेयर, बड़ी फाइलें, उपयोगी पैकेज्स, वीडियो, फोटो आदि स्टोर किया जा सकता है। हार्ड डिस्क, मैग्नेटिक डिस्क, मैग्नेटिक ड्रम, मैग्नेटिक टेप आदि इसके उदाहरण हैं। मैग्नेटिक टेप 1/2 इंच चौड़ी टेपरिकारडर के टेप की तरह एक रील होती है। जिस पर सीरियली डेटा स्टोर रहता है जिन्हें ऐसेस और प्रोसेस किया जा सकता है। 

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Magnetic tape

          

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